ब्लॉगजगत में साहित्य की सरगर्मी इन दिनों तेजी से बढ़ी है। जिन कविताओं को इस ब्लॉग पर कवयित्री ने उकेरा, उन्हें अब पुस्तक का रूप दे दिया गया है। ब्लॉग को देख कर पता नहीं चलता, ब्लॉगर कौन है। पुस्तक भी यह रहस्य बरकरार ही रखती है। पठनीय कविताएं हैं– पद्य भी है, गद्य भी। लगभग सभी कविताओं में प्रेम पर बात है। याद की, विदाई की, जुदाई की, इंतजार की और समर्पण की। 2005 से निरंतर अपडेट इस ब्लॉग का लिंक है-
http://flyingbird83.blogspot.com/
2 comments:
What a great moment of reading blogs.
It could widen my imagination towards the things that you are posting.
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