Tuesday, July 22, 2008

जादू है, नशा है


सही कहा गया है, जो जितनी यायावरी करता है, उतना ही अधिक अनुभवी होता जाता है। अनुभव लेखनी की स्याही होते हैं। इसी स्याही से लिखा गया है रोविंगराइटर डॉट ब्लॉगस्पॉट डॉट कॉम पर। लेखक, बॉलीवुड फिल्म स्क्रिप्ट राइटर, गीतकार, फोटोग्राफर और पत्रकार यानी नीलेश मिश्र ने अपने इस ब्लॉग पर तस्वीरों, हिंदी और अंग्रेजी पोस्ट्स, कहीं–कहीं छिटपुट कविताओं को डाला है। तस्वीरों पर गौर करें, ये ऊंची आवाज में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाती हैं। देश, कस्बा, गली, मोहल्ला, राजधानियां और विदेश– क्या सब कुछ एक जगह मिलना कम है?

http://rovingwriter.blogspot.com/

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